देव दीपावली पर वाराणसी में दिखेगा देवलोक का नजारा, साक्षी बनेंगे उपराष्ट्रपति और मुख्यमंत्री
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में देव दीपावली पर्व पर शुक्रवार शाम उत्तर वाहिनी सदानीरा के किनारे देवलोक सरीखा नजारा दिखेगा। आदिकेशव घाट से रविदासघाट तक गंगा के दोनों किनारों पर 20 लाख से अधिक दिए एक साथ जलेंगे तो लोगों को गंगा किनारे ज्योतिगंगा बहने का एहसास होगा। इस क्षण का साक्षी देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिं पुरी भी होंगे।
नमोघाट का उद्घाटन कर उपराष्ट्रपति धनखड़ मुख्यमंत्री योगी के साथ विशिष्ट क्रूज पर सवार होकर गंगा के मध्य धारा से देव दीपावली का विहंगम नजारा देखेंगे। क्रूज से ही विशिष्ट अतिथि चेतसिंह घाट पर लेजर शो और गंगा उस पार ग्रीन आतिशबाजी भी देखेंगे। इस दौरान गंगा में और आसपास सुरक्षा की अभेद्य किलेबंदी की गई है। क्रूज के आसपास जल पुलिस और एंबुलेंस तैनात रहेगी। वीवीआईपी लोगों की मौजूदगी को देख गंगा में भी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। नमो घाट से सामने घाट तक गंगा नदी को नौ सेक्टर में बांटा गया है। सुबह से ही 68 मोटरबोट पर 444 जवान गंगा में गश्त कर रहे हैं। इसके अलावा गंगा में 11 एनडीआरएफ की एक वॉटर एंबुलेंस, 20 मोटरबोट में प्राथमिक उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने को कहा है। महापर्व पर गंगा में मछली पकड़ने और चप्पू वाली नावें भी नहीं चलेंगी। नाव और क्रूज के रूट तय किए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर गंगा के बीचों बीच फ्लोटिंग डिवाइडर लगाया गया है। देव दीपावली पर गंगा तट पर अपराह्न बाद से लोग पहुंचने लगेंगे। गंगा के पथरीले अर्धचन्द्राकार अस्सी से राजघाट तक फैले घाटों, भवनों को भी आर्कषक विद्युत झालरों से सजाया गया है। प्राचीन दशाश्वमेध, राजेन्द्र प्रसाद घाट, पंचगंगा, राजघाट, नमोघाट, चेतसिंह घाट, ललिताघाट, अस्सी घाट पर सर्वाधिक भीड़ रहने की संभावना है।