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महापुरुषों की तरह करें अपने पंचकोषों का विकास: ब्रह्मा जी राव

रांची, 17 मार्च । विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के राष्ट्रीय मंत्री ब्रह्मा जी राव ने कहा कि अपने अंदर के छिपी प्रतिभा को जागृत करने वाला ही महान होता है। हमारे महापुरुषों ने भी अपने अंदर के पांचों कोषों का विकास कर समाज और राष्ट्र का मार्गदर्शन किया। राव शुक्रवार को 10 दिवसीय व्यक्तित्व विकास वर्ग के उद्घाटन सत्र में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हम युवाओं को अपने देश के महापुरुषों से प्रेरणा लेनी चाहिए जो हमारे आदर्श हैं। उनके आदर्शों पर चलकर ही हमारा देश आगे बढ़ सकता है। उन्होंने युवाओं के कौशल विकास पर भी जोर दिया और कहा कि जो जीवन में सीखें वह समाज के लिए उपयोगी होना चाहिए।

इस अवसर पर सूर्या फाउंडेशन के वाइस चेयरमैन हेमंत शर्मा ने कहा कि यह शिविर सच्चे अर्थों में व्यक्ति के भीतर की छिपी हुई प्रतिभाओं के जागरण का शिविर है। एक साथ रहना, खाना, कार्यक्रम करना यह सभी गतिविधियां हमें ग्रुप में काम करने की आदत को बढ़ाती है।

इस शिविर में व्यक्तित्व विकास के संपूर्ण आयाम पंचमुखी शिक्षा को आधार माना गया है। जिसमें शारीरिक, बौद्धिक, नैतिक, आध्यात्मिक एवं व्यवहारिक विकास को केन्द्र में रखकर शिविर की सभी गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। युवाओं की रोचकता इस शिविर में बढ़ाने के लिए योग, प्राणायाम, ध्यान, फौजी ट्रेनिंग, विभिन्न खेल, कक्षाएं, क्राप्टिंग, भारतीय संस्कृति दर्शन के साथ-साथ मैनेजमेंट के विभिन्न जानकारियां दी जा रही है।

उल्लेखनीय है कि सूर्या फाउंडेशन की ओर से देशभर में युवाओं के गुणों के विकास के लिए व्यक्तित्व विकास शिविरों की योजना बनी है। जिसकी शुरुआत रांची के कुदलुम स्थित श्रीकृष्ण चंद्र गांधी शैक्षिक नगर के प्रशिक्षण विद्यालय से हुई है।

सूर्य फाउंडेशन की ओर से वर्ष 2023 में देशभर में छह शिविरों की योजना बनी है जिसमें 800 से ज्यादा युवा इन शिविरों से लाभान्वित होंगे। यह शिविर विद्या विकास समिति झारखंड एवं सूर्या फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधन में चलाया जा रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार

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