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संविधान बचाने के लिए महाराष्ट्र को मजबूत करना जरूरी : खड़गे

मुंबई, 20 अगस्त: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन को मजबूत बनाने का आह्वान करते हुए कहा है कि संविधान बचाने के लिए संसद के दोनों सदनों में विपक्ष की आवाज़ मजबूत करने के साथ ही राज्यों में भी गठबंधन को सशक्त बनाने की ज़रूरत पर बल दिया है।
श्री खड़गे ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर मंगलवार को यहां सद्भावना रैली को संबोधित करते हुए सरकार को अहंकारी बताया और कहा कि 400 पार का नारा देने पर भी बहुमत हासिल नहीं कर पाने के बावजूद उसका अहंकार कम नहीं हो रहा है और विपक्ष के दबाव में उसे लेटरल एंट्री जैसे मनमाने फैसले वापस लेने को मजबूर होना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा,“देश के संसदीय इतिहास में सबसे ज्यादा 415 सीटें राजीव जी के नेतृत्व में आई थीं। श्री नरेंद्र मोदी कह रहे थे- इस बार 400 पार, लेकिन महाराष्ट्र के लोगों ने मोदी जी को झटका दे दिया। नरेंद्र मोदी अब अपने बल पर नहीं टीडीपी और जेडीयू के बल पर खड़े हैं और अगर इन्हें हटाया गया तो मोदी सरकार चल नहीं पाएगी। 400 से ज्यादा सीटें आने के बाद भी राजीव जी ने शांति से अपना काम किया। वे 11 बड़े प्रोजेक्ट लेकर आए, जिससे सबका फायदा हुआ।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा,“मुंबई हमारे नेता और पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न, राजीव गाँधी जी की जन्मभूमि भी है। आज के ही दिन 1944 में यहाँ राजीव जी का जन्म हुआ था। उनके नेतृत्व में देश के संसदीय इतिहास में सबसे अधिक 415 सीटें कांग्रेस ने जीती थी। भाजपा को तब केवल दो सीटें मिली थीं। इतना प्रचंड बहुमत हासिल करके भी राजीव जी ने कभी घमंड नहीं किया। हमेशा देश की सेवा के लिए काम किया। राजीव जी प्रधानमंत्री बने तो आतंकवाद, उग्रवाद जैसी बड़ी चुनौतियों का समाधान निकाला। पंजाब, असम और मिजोरम में ऐतिहासिक समझौते हुए। दल बदल विरोधी कानून बना कर राजनीति में सिद्धांतों और नैतिकता की रक्षा का काम किया। आज कई क्षेत्रीय और छोटी पार्टियां बची हैं तो वह इसी कानून की देन है। ये कानून न होता तो भाजपा हारने वाले राज्यों में क्या करती महाराष्ट्र के लोग ये बात अच्छी तरह जानते हैं।”
उन्होंने कहा,“राजीव जी के प्रधानमंत्री काल में नयी शिक्षा नीति, आवास नीति, नई स्वास्थ्य नीति, नयी सिंचाई नीति समेत 11 नीतियां बनीं।नयी कंप्यूटर नीति उनकी सोच थी, जिससे लाखों युवाओं को नौकरी मिली। बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे जैसे शहरों को इन नीतियों ने देश का पावर हाउस बनाया। उस दौरान बीजेपी के लोग अफ़वाहें फैलाते थे कि कंप्यूटर और आईटी से लाखों लोगों की नौकरियाँ चली जायेंगी। उस दौर में अर्थव्यवस्था बहुत मजबूत हुई। सर्वाधिक जीडीपी 10.2 प्रतिशत उनके समय में थी। आय कर की दरें घटी, लाइसेंस राज खत्म करने की पहल हुई। भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है तो इसमें 73वें और 74वें संविधान संशोधन की भूमिका है। यह राजीवजी की ही सोच का परिणाम था। हमारे गांवों में आज 30 लाख से भी ज़्यादा चुने प्रतिनिधि है, जिसमें करीब 14 लाख महिलाएं हैं। एससी, एसटी और ओबीसी को भी इसमें नेतृत्व का मौका मिला है। तब कृषि क्षेत्र की उन्नति के लिए दालें और तिलहन मिशन बनाया। कृषि उत्पादों में वैट को बढ़ावा देने को खाद्य पर संस्करण मंत्रालय की स्थापना की गई।”
उन्होंने श्री मोदी पर किसानों से वादा खिलाफी का आरोप लगाया और कहा,“2014 में मोदी जी ने किसानों से कहा था कि ‘तुम्हारे सपने मेरे हैं और तुम्हारे दुख मेरे हैं’ लेकिन मोदी सरकार में किसानों के साथ कैसा सलूक हुआ। पिछले पांच वर्षों में खाने की लागत 71 प्रतिशत बढ़ी, पर किसानों की आमदनी घट गयी। यह मोदी जी की ग़लत नीतियों का परिणाम है। 1985 में राजीव जी ने यूनिवर्सल टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत की थी।बीसीजी, टीबी, ओपीवी, पोलियो, डीपीटी के टीकों से लाखों बच्चों के जीवन की रक्षा हुई। भारत वैक्सीन उत्पादन में इसी से दुनिया में बहुत आगे निकला लेकिन टीकाकरण सर्टिफिकेट पर उन्होंने कभी अपनी फोटो नहीं चिपकाई, प्रोपेगेंडा नहीं चलाया।”

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