अधिवक्ता की हत्या के विरोध में न्यायिक कार्य से दूर रहेंगे वकील
रांची। सिविल कोर्ट के अधिवक्ता अपने सहकर्मी गोपी कृष्णा की हत्या के विरोध में न्यायिक कार्य से अपने आप को शनिवार को दूर रखेंगे। इससे रांची सिविल कोर्ट में शनिवार को भी न्यायिक कार्य ठप्प रहेगा।
रांची जिला बार एसोसिएशन के नए बार भवन के प्रथम तल पर शनिवार को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। इस दौरान दिवंगत अधिवक्ता गोपी कृष्णा को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई। अधिवक्ताओं ने दो मिनट का मौन रखा। आयोजित शोक सभा में काफी संख्या में अधिवक्ता उपस्थित हुए और घटना की घोर निंदा की। साथ ही आरोपित को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की।
आयोजित शोक सभा के बाद अधिवक्ताओं ने तीन अगस्त को न्यायिक कार्य से पूरे दिन भर के लिए दूर रखने का निर्णय लिया है।
शोकसभा में जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एसपी अग्रवाल, महासचिव संजय कुमार विद्रोही, अभिषेक भारती समेत काफी संख्या में अधिवक्ता उपस्थित हुए।
मौके पर बार काउंसिल के महासचिव संजय कुमार विद्रोही ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया कि आज भी न्यायिक कार्य से अधिवक्ता दूर रहेंगे। इसके बाद शोक सभा का आयोजन किया गया। पांच अगस्त को काउंसिल की फिर से बैठक होगी, जिसमें आगे का निर्णय लिया जाएगा।
दूसरी ओर, स्टेट बार काउंसिल के चेयरमैन राजेंद्र कृष्णा ने इस हत्याकांड में शामिल अपराधियों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग करते हुए मृतक अधिवक्ता के आश्रितों को एक करोड़ मुआवजा दिये जाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि यदि जरुरत पड़ी तो पूरे राज्य भर में एक वृहद आंदोलन चलाकर अधिवक्ताओं की सुरक्षा की मांग की जायेगी। इस संबंध में मुख्यमंत्री और हाई कोर्ट एक्टिंग चीफ जस्टिस से भी मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की गई है। राजेंद्र कृष्ण ने झारखंड में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट अब तक लागू नही करने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए इसे लागू करने की मांग एक बार फिर दोहराई है।