हम कागजों पर नहीं बल्कि धरातल पर योजनाओं को उतारने में रखते हैं विश्वास :हेमन्त सोरेन
रांची, 18 मार्च : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन आज होटल रेडिसन ब्लू में न्यूज़ 18 द्वारा आयोजित “संवाद झारखंड” कार्यक्रम में शामिल हुए।
न्यूज़ 18 द्वारा आयोजित एक विशेष संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मुखातिब हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि वर्तमान सरकार के गठन के कुछ ही दिन हुए थे और वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने देश और दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया। उस समय ‘सर मुंडवाते ही ओले पड़े’ की कहावत चरितार्थ हुई। हमारी सरकार ठीक तरह से स्थापित भी नहीं हुई थी और हमें जीवन यापन के साथ-साथ जीवन को बचाने के लिए भी संघर्ष करना पड़ा, फिर भी हमारी सरकार ने काफी धैर्य और संवेदनशीलता के साथ राज्य वासियों के हितार्थ कई कार्य किए। वैसे मजदूर वर्ग जो झारखंड से देश के विभिन्न राज्यों में स्वरोजगार के लिए गए थे, राज्य सरकार ने उन्हें सकुशल घर वापसी करायी। झारखंड देश का पहला ऐसा राज्य रहा जिसने अपने मजदूर वर्ग को सकुशल वापसी के लिए ऐतिहासिक पहल किया। बस, ट्रेन तथा हवाई मार्ग सहित कई माध्यम से देश के कोने-कोने से मजदूर भाईयों को वापस झारखंड लाने का काम किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी के समय यहां के गरीब, किसान, मजदूर, जरूरतमंद लोगों के लिए हमारी सरकार ने जीवन यापन के कई द्वार भी खोलने का काम किया। स्वरोजगार की कई योजनाएं संचालित की गई।
मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने कार्य योजनाएं सिर्फ कागजों पर ही बनाई परंतु हमारी सरकार ने योजनाओं को कागज के साथ-साथ धरातल पर जाकर उतारने का काम कर दिखाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘सरकार आपके द्वार’ तथा ‘आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार कार्यक्रम के तहत पंचायत-पंचायत गांव-गांव में जाकर हमारी सरकार ने लोगों को विभिन्न योजनाओं से जोड़ने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी,बिजली, सड़क सहित अन्य आधारभूत संरचनाओं के विकास कार्यों में राज्य सरकार तेजी से कार्य कर रही है। अब रात में भी सुदूरवर्ती क्षेत्रों में बिजली के माध्यम से रोशनी रहती है। राज्य में बिजली से संबंधित समस्याओं का समाधान किया गया है। सरकार गठन के बाद से ही हमने बेसिक रूट को मजबूत करने की कवायद तेज कर दी है। जिस गति से हमारी सरकार विकास के आयाम को बढ़ा रही है, अगर इसी गति से विकास के कार्य होते रहेंगे तो वह दिन दूर नहीं जब एक-एक झारखंडवासी गौरवान्वित महसूस करेगा।
विनय
जारी वार्ता