डीजीसीए की चिंताओं का समाधान करना हमारी प्राथमिकता: स्पाइसजेट
नई दिल्ली, 28 जुलाई । निजी क्षेत्र की एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट ने कहा कि वह नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) की व्यक्त चिंताओं का समाधान करेगी। यह हमारी प्राथमिकता भी है। इसके साथ ही स्पाइसजेट ने परिचालन बढ़ने का भी भरोसा जताया है।
विमानन नियामक डीजीसीए ने स्पाइसजेट एयरलाइन कंपनी के विमानों में तकनीकी खामी की कई घटनाओं के मद्देनजर आठ हफ्तों तक स्वीकृत उड़ानों में से अधिकतम 50 फीसदी के संचालन का आदेश जारी किया था। डीजीसीए ने अपने आदेश में एयरलाइन को अगले 8 हफ्तों के लिए 2096 उड़ानों से ज्यादा का संचालन नहीं करने का निर्देश दिया है।
कंपनी ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा कि उसके सभी विमानों ने समय पर उड़ानें भरी। डीजीसीए के आदेश की वजह से फिलहाल कोई उड़ान रद्द नहीं की गई है। अभी विमानन नियामक के आदेश का एयरलाइन के निर्धारित कार्यक्रम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। हम अपने यात्रियों को भरोसा दिलाना चाहते हैं कि आगामी हफ्तों में हमारे विमान निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उड़ान भरेंगे।
विमानन नियामक ने इस साल गर्मियों के लिए 11 मार्च से 29 अक्टूबर के बीच स्पाइसजेट को 4,192 साप्ताहिक घरेलू उड़ानों को पहले मंजूरी दी थी। स्पाइसजेट के विमानों में हाल ही में 18 दिन के अंतराल में गड़बड़ी के लगभग 8 मामले सामने आए थे। इसके बाद डीजीसीए ने 6 जुलाई को उसे कारण बताओ नोटिस जारी किया था। डीजीसीए ने जांच के उपरांत बुधवार को आठ हफ्तों के लिए कंपनी के विमान की उड़ानों में 50 फीसदी कटौती करने और निगरानी रखने का आदेश जारी किया था।
(हि.स.)