नेपाल के अनुरोध पर चीन ने रसुवागढ़ी-केरुंग क्रॉसिंग से दो तरफा यातायात की दी अनुमति
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काठमांडू। नेपाल के बार-बार अनुरोध के बाद चीन ने शनिवार से रसुवागढ़ी-केरुंग क्रॉसिंग के जरिए दो तरफा यातायात की अनुमति दे दी। पिछले तीन साल से चीन ने अपनी तरफ से ही वाहन जाने की इजाजत दी थी, लेकिन अब नेपाल की तरफ से भी वाहन रसुवागढ़ी-केरुंग क्रॉसिंग से गुजर सकता है।
नेपाल के रसुवा सीमा शुल्क कार्यालय के प्रमुख नारायण प्रसाद भंडारी ने बताया कि औपचारिक उद्घाटन के बाद शनिवार से रसुवागढ़ी-केरुंग क्रासिंग को दो तरफा यातायात के लिए खोल दिया गया। उन्होंने बताया कि नेपाल के वाणिज्य सचिव मधु कुमार मरासिनी तिब्बत की राजधानी ल्हासा पहुंचे और चीनी अधिकारियों से बातचीत की। उसके बाद रसुवागढ़ी–केरुंग क्रॉसिंग को दो तरफा यातायात के लिए खोलने की अनुमति दी गई। भंडारी ने बताया कि मरासिनी के साथ ल्हासा के नेपाली महावाणिज्यदूत नवराज ढकाल भी रसुवागढ़ी क्रासिंग से गुजरे थे।
एक तरफा यातायात से नेपाल के कारोबारियों और व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ था। चीन सिर्फ अपना माल नेपाल भेजता था और नेपाल का माल रोक देता था। वर्ष 2020 में चीन ने कोरोना महामारी के खतरे का हवाला देते हुए सीमा पर नेपाली नागरिकों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया था, लेकिन चीन के लोग नेपाल में प्रवेश कर सकते थे।