भारतीय संस्कृति की विविधता भारत की शक्ति है, ना कि कमजोरी: लक्ष्मी नारायण
रांची, 18 मार्च। विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की रांची शाखा के तत्वावधान में शनिवार को रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय में जी-20 के तहत बने सिविल-20 के राज्य में कार्य करने वाले गैर सरकारी संस्थाओं का एक सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में झारखंड राज्य के विभिन्न विषयों पर सिविल सोसाइटी में कार्य करने वाले लगभग 40 संस्थाओं ने अपना विचार प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में शामिल हुए गैर सरकारी संस्थानों के प्रतिनिधियों का स्वागत रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय के कुलपति पीआरके नायडू ने किया। विवेकानंद केंद्र एकेडमिक्स फॉर इंडियन कल्चर योग एवं मैनेजमेंट भुवनेश्वर के सचिव लक्ष्मी नारायण ने कहा कि सी-20 का इस वर्ष थीम: ”वसुधैव कुटुंबकम” , जो भारतीय सनातन सभ्यता का मूल तत्व है, उसे सभी जी-20 देशों में भी स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति की विविधता भारत की शक्ति है, ना कि कमजोरी। इनके अलावा कई लोगों ने भी अपने-अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी के विमर्श प्रमुख- श्रेयांश भारद्वाज, क्षेत्र संगठन मुकेश कीर,नगर संगठन चिराग परमार, बिरसा वाहिनी से प्रिया मुंडा, कैप्टन कुमार देवाशीष, सिटीजन फाउंडेशन से संजय कुमार गौतम एवं अन्य 35 संगठन से नेतृत्वकर्ता उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार