अब ईडी की नजर में बीरभूम के चार मकान, पार्थ चटर्जी का रहा है आना-जाना
कोलकाता, 30 जुलाई । पश्चिम बंगाल में शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार राज्य के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी पर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है। केंद्रीय एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि बीरभूम के शांतिनिकेतन इलाके में तीन मकान और एक गेस्ट हाउस पर ईडी की नजर है जहां पार्थ चटर्जी का आना-जाना रहा है। इन मकानों का मालिकाना और पार्टनरशिप के दस्तावेज देखे जा रहे हैं।
पता चला है कि बीरभूम के शांतिनिकेतन स्थित ग्वालपाड़ा, फुलडांगा और उत्तरपल्ली में ये तीनों मकान और गेस्ट हाउस हैं। स्थानीय लोगों ने केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों को बताया है कि यहां कई बार पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी एक साथ आए हैं। वे यहां लंबा वक्त बिताते थे । शांतिनिकेतन में जो घर है उसका नाम है अप्पा। यह एक मंजिला बंगलो है। दोनों तरफ बागान है।
यहां नियमित तौर पर लोगों का आना जाना रहता है। मकान के केयरटेकर की पत्नी झर्ना दास ने बताया कि सब लोग कह रहे हैं कि पार्थ चटर्जी का घर है लेकिन किसका घर है हमें नहीं मालूम। हम बस काम करते हैं और वेतन मिलता है। तीन-चार महीने के अंतर पर एक महिला आती थी और पैसा देकर जाती थी। हालांकि अर्पिता की तस्वीर दिखाने पर उसने पहचानने से इनकार कर दिया।
वहीं पास में एक गेस्ट हाउस है जिसमें रेखा सिंह काम करती है। वह भी केयरटेकर है। उसने बताया कि वह छह सालों से वहां काम करती है। उसने यह भी बताया कि पार्थ चटर्जी एवं कुछ अन्य लोग गेस्ट हाउस में आते रहे हैं जिनमें अर्पिता भी शामिल थी। ईडी सूत्रों के अनुसार इन ठिकानों पर जल्द ही तलाशी अभियान चलाया जा सकता है।
(हि.स.)