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प्रमुख शहरों में कार्यालय स्थल की मांग में जनवरी-मार्च’ 24 में 43 प्रतिशत उछाल

नयी दिल्ली, 04 अप्रैल : देश के आठ प्रमुख शहरों में वर्ष 2024 की पहली तिमाही (जनवरी-मार्च) में कार्यालय स्थल की जगहों की मांग में सालाना आधार पर 43 प्रतिशत का उल्लेखनीय उछाल दर्ज किया गया।

गुरुवार को जारी नाइट फ्रैंक इंडिया की नवीनतम रिपोर्ट, ‘इंडिया रियल एस्टेट: ऑफिस एंड रेजिडेंशियल रिपोर्ट (जनवरी – मार्च 2024) में कहा गया है कि भारत के शीर्ष आठ बाजारों में 1.62 करोड़ वर्ग फुट ऑफिस स्पेस (कार्यालय के स्थान) के सौदे हुये। यह सालाना आधार पर 43 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।

रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान 35 लाख फुट के बराबर कार्यालय की जगह के सौदों के साथ बेंगलुरु सबसे ऊपर रहा। यह इन शीर्ष आठ बाजार की कुल सौदों के 22 प्रतिशत के बराबर है।

दूसरे स्थान पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) रहा जाहां 31 लाख वर्ग फुट कार्यालय

स्थल के सौदे हुये। इसके बाद हैदराबाद ने लगातार वृद्धि का प्रदर्शन किया और वहां प्रथम तिमाही में 30 लाख वर्ग फुट जगह ली गयी। यह महामारी के बाद शहर का सबसे अच्छा रिकार्ड है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कार्यालय स्थल के इन सौदों में बड़ा योगदान बहु राष्ट्रीय कंपनियों के भारतीय बाजार की ओर रुख करने वाली कंपनियों और उनके वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी) के लिये जगह की मांग का रहा। पहली तिमाही में भारतीय बाजार की ओर आकर्षित कंपनियों ने कुल 59 करोड़ वर्ग फुट और जीसीसी ने 50 लाख वर्ग फुट के कार्यस्थल मिलियन वर्ग फुट दर्ज किया गया।

रिपोर्ट के अनुसार फ्लेक्स स्पेस ने 23 प्रतिशत हिस्से के साथ अपनी गति बनाये रखी, जो

कि 2021 की चौथी तिमाही में पहले दर्ज इसके उच्चतम तिमाही रिकार्ड से मेल खाती है।

रिपोर्ट के अनुसार देश के प्रमुख बाजारों में 2024 की पहली तिमाही में 130 लाख वर्ग फुट

के बराबर कार्यालय स्थलों का निर्माण हुआ। इस दौरान इन बाजारों किराए स्थिर रहे या सालाना आधार पर उनमें मजबूती आयी।

रिपोर्ट के अनुसार 2024 की पहली तिमाही में रिक्त पड़े स्थलों का स्तर घटकर 15.8 प्रतिशत रहा हो गया, जो मांग की तुलना में नयी आपूर्ति में लगातार कमी को दर्शाता है।

चेन्नई ने आवासीय जगहों के किरायों में साल-दर-साल औसतन 9 प्रतिशत की वृद्धि हुई जो इन बाजारों में सबसे अधिक है। बेंगलुरु पांच प्रतिशत किराया वृद्धि के साथ दूसरे स्थान पर रहा।

इन बाजारों में आवासीय इकाइयों की मांग के बारे में रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें मकानों की बिक्री सालाना आधार पर नौ प्रतिशत बढ़कर 86,345 इकाई हो गयी। यह पिछले छह वर्षों में 2023 की चौथी तिमाही के बाद दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है।

मुंबई 23,743 मकानों की बिक्री के साथ सबसे ऊपर रहा। वहां सालाना आधार पर बिक्री

17 प्रतिशत ऊंची रही। प्रमुख बाजारों में पहली तिमाही की बिक्री में एक करोड़ रुपये और उससे अधिक कीमत वाले घरों की बिक्री में हिस्सेदारी 40 थी। इस दौरान इस श्रेणी के 34,895 घर बिके जो सालाना आधार पर 51 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। इस दौरान 50 लाख से एक करोड़ रुपये की श्रेणियों के मकानों की बिक्री एक साल पहले की इसी अवधि

से छह प्रतिशत कम रही। जनवरी-मार्च, 24 में इन श्रेणियों के कुल 28,424 घरों की बिक्री हुई।”

रिपोर्ट के अनुसार 50 लाख रुपये के कम की श्रेणी के मकानों की बिक्री 23,026 इकाई रही जो इस बाजार में सालाना आधार पर 10 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता है। पिछली नौ तिमाहियों से इस श्रेणी के बाजार में गिरावट चल रही है।

जनवरी-मार्च 2024 के दौरान कुल 93,254 माकन की सुविधावाली आवासीय परियोजनाओं की शुरूआत की गयी। पुराने बने मकानों का स्टाक कम होने से ग्राहक आकर्षक दरों पर पेश की जाने वाली नयी परियोजनाओं की ओर आकर्षित हुये।

नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, “ इस वर्ष की पहली तिमाही में रियल एस्टेट बाजार में कार्यालय और आवासीय स्थलों – दोनों क्षेत्रों में मजबूत प्रदर्शन दिखा। आवासीय खंड में विशेष रूप से एक करोड़ रुपये और उससे

अधिक मूल्य श्रेणी के मकानों की बिक्री में निरंतर वृद्धि बनी हुई है। यह न केवल एक

मजबूत मांग बल्कि दीर्घकालिक प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के प्रति खरीदारों के विश्वास

को भी दर्शाता है।’

कार्यालय स्थल की मांग के बारे में उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती से कंपनियां अपने परिचालन का विस्तार करने को उत्साहित हैं। इसके अलावा कोविड के

बाद अब पारंपरिक तरीके से कार्यालय व्यवस्था पर वापस लौट रही हैं। कंपनियां घर से

काम करने की नीतियों को कम कर रही हैं, या बंद कर रही हैं जिससे कार्यस्थल के लिये जगह मांग में और वृद्धि हो रही है।

श्री बैजल ने कहा, “ हम आशा करते हैं कि निकट भविष्य में स्थिर आर्थिक नीतियों और अनुकूल घरेलू परिस्थितियों के कारण ये गतिविधियाँ तेज़ गति से जारी रहेंगी।”

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