अल्पसंख्यक मुसलमानों से बहुसंख्यक हिंदुओं में डर पैदा कर रही है भाजपा : तेजस्वी
पटना 21 मार्च : बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने आज कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) देश की 85 प्रतिशत आबादी वाले बहुसंख्यक हिंदुओं में केवल 15 प्रतिशत आबादी वाले अल्पसंख्यक मुसलमानों से भय पैदा कर रही है।
स्वास्थ्य मंत्री श्री यादव ने मंगलवार को विधानसभा में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए स्वास्थ्य विभाग की बजटीय मांग पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा विरोधाभास से भरी पार्टी है, जिसे कई उदाहरणों से समझा जा सकता है। उन्होंने कहा, “भाजपा ने कभी भी न तो जनहित के वास्तविक मुद्दों को उठाया और न ही उसे हल करने की कोशिश की। वह केवल किसी न किसी बहाने लोगों को गुमराह करने में लगी रही।”
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यह हास्यास्पद है कि भाजपा देश की कुल जनसंख्या में से 85 प्रतिशत आबादी वाले बहुसंख्यक हिंदुओं में केवल 15 प्रतिशत आबादी वाले अल्पसंख्यक मुसलमानों से भय पैदा कर रही है। उन्होंने कहा कि बेरोजगार युवाओं की संख्या हिंदुओं में सबसे अधिक थी, लेकिन उनमें से एक हिस्सा केवल भाजपा शासन के कारण ही खुश था। वह अपनी खुद की नौकरी पाने के लिए चिंतित नहीं रहा। इसी तरह, आजीविका के लिए नौकरी पाने की परवाह किए बिना गरीब परिवारों का एक हिस्सा हर महीने पांच किलो खाद्यान्न पाकर ही खुश है।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाती रही है लेकिन सदन में उनका जवाब सुनने और इस सवाल पर कोई सवाल पूछने की हिम्मत नहीं हुई। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि भाजपा ने उनका सामना करने के बजाय सदन से बहिर्गमन करना बेहतर समझा।
उपमुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के कामकाज का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य सरकार बिहार के लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में कई कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में मरीजों को दी जाने वाली दवाओं की संख्या 387 से बढ़ाकर 611 कर दी गई है। इसी तरह मेडिकल कॉलेज अस्पतालों से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक मरीजों के इलाज के लिए चिकित्सा उपकरणों और जांच सुविधाओं को बढ़ाया गया है।
श्री यादव ने कहा कि बिहार नेत्र ज्योति योजना के तहत पिछले डेढ़ महीने में एक लाख मरीजों की आंखों की जटिलताओं का ऑपरेशन किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं। लंबे समय से बिना सक्षम अधिकारियों की अनुमति के अनुपस्थित पाए गए सात सौ डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। बिना कारण बताए अनुपस्थित रहने वाले डॉक्टरों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग की यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न श्रेणियों के तहत 1.60 लाख पद रिक्त हैं और रिक्तियों को भरने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 13 हजार नियुक्ति पत्र सौंपे हैं।
सदन में गृह विभाग के बजट पर बहस नहीं करने के सरकार के फैसले का विरोध करते हुए भाजपा सदस्य पहले ही सदन से बहिर्गमन कर गए। भाजपा सदस्यों ने आरोप लगाया कि यह सदन में कानून व्यवस्था की स्थिति पर बहस से बचने का सरकार का प्रयास है। बाद में, सदन ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए स्वास्थ्य विभाग की 16966.42 करोड़ रुपये की बजटीय मांग को ध्वनिमत से पारित कर दिया। स्वास्थ्य विभाग की बजटीय मांग को मंजूर करने के बाद अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने सदन की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी।
सूरज शिवा
वार्ता