तीन धमाकों से दहला बिशुनपुर का नरमा गांव, लोगों में दहशत
गुमला,12 अप्रैल । जिले के बिशुनपुर प्रखंड के गुरदरी थाना क्षेत्र अंतर्गत नरमा गांव में शुक्रवार की शाम लगभग चार बजे एक के बाद एक हुए लगातार तीन धमाके से पूरा नरमा गांव दहल उठा। ग्रामीणों ने बताया कि अचानक नरमा स्कूल के पास लगातार तीन विस्फोट हुआ ,जिससे पूरा क्षेत्र धुआं के गुब्बार से ढंक गया। इससे ग्रामीण दहशत में आ गए और डर के मारे अपने अपने घरों में दुबक गए । क्योंकि अक्सर नक्सलियों के द्वारा चुनाव के दौराम क्षेत्र में दहशत फैलाने एवं चुनाव बहिष्कार करने को लेकर कई घटनाओं को अंजाम दिया जाता रहा है।
इसी बात का अंदेशा से गांव के लोग काफी भयभीत हो गए। धीरे-धीरे यह बात पूरे प्रखंड में आग की तरह फैल गई। गांव के लोग एकजुट हुए और हिम्मत करके घटनास्थल पहुंचे तो देखा कि नरमा स्कूल के बगल में पुलिया को संवेदक के द्वारा विस्फोटक लगाकर उड़ाया गया है। कई जगह विस्फोट के लिए अभी भी हुल तैयार कर रखा गया है।
उल्लेखनीय है कि बिशुनपुर प्रखंड के चंपाटोली से लेकर चटकपुर गांव तक सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है। इस मार्ग पर नरमा नदी में पूर्व से बने पुल को तोड़ कर नया पुल का निर्माण होना है। इस निमित पुल निर्माण कार्य में लगे संवेदक के द्वारा पुराने पुल को तोड़ा गया । इसके बाद पुल में लगे स्पेन में हुल मार कर बारूद एवं अन्य सामग्रियों का प्रयोग करते हुए विस्फोट कर उड़ा दिया गया। परंतु अब सवाल यह उठता है कि चुनाव के दरमियान आखिर संवेदक विस्फोटक सामग्री कहां से लेकर आए, जिसका प्रयोग कर वे पुराने पुल को ध्वस्त करने के काम में ला रहे हैं।
आगामी 13 मई को लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र में चुनाव होना है। इस निमित प्रशासन के द्वारा सड़कों पर सभी वाहनों का कड़ाई से जांच किया जा रहा है, ताकि किसी प्रकार से लोग नगद या किसी भी प्रकार के अवैध सामान को एक जगह से दूसरे जगह तक ना ले जा सके। इसके बावजूद संवेदक के द्वारा नरमा नदी तक विस्फोटक सामग्री ले जाकर पुल में विस्फोट किया गया और पुलिस प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी। प्रशासन के इस लचर रवैया से नक्सली भी चुनाव के दरमियान किसी भी घटना को आसानी से अंजाम दे कर चुनाव को बाधित कर सकते हैं। घटना के संबंध में पूछे जाने पर गुरदरी थाना प्रभारी संजीवन उरांव ने बताया कि नरमा नदी का पुराना पुल को तोड़कर नया पुल का निर्माण कराया जाना है। इसलिए संवेदक के द्वारा डायवर्सन बनाकर पुराना पुल को तोड़ा गया है, ताकि उसी स्थान पर नया पुल का निर्माण कराया जा सके।