मंत्री आलमगीर से ईडी ने की पूछताछ,15 को फिर बुलाया
रांची, 14 मई । टेंडर कमीशन घोटाला में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम से मंगलवार को ईडी ने लगभग साढ़े नौ घंटे तक पूछताछ की। ईडी सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के बाद मंत्री आलमगीर आलम ईडी कार्यालय से रात को निकले।
ईडी ने आलमगीर आलम को फिर बुधवार को ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय आने को कहा है। ईडी ने मंत्री को 12 मई को समन जारी कर 14 मई को 11 बजे पूछताछ के लिए रांची के हिनू स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में आने को कहा था।
बताया जा रहा है कि आलमगीर, संजीव और उसकी पत्नी रीता को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की। रीता दोपहर में ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंची थी।
ईडी ने आलमगीर आलम से आय-व्यय और अपनी संपत्ति से जुड़े दस्तावेज साथ लेकर आने को कहा था। झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री को उनके पीएस संजीव लाल और सहायक जहांगीर आलम के घर से 35.23 करोड़ रूपया बरामद होने के बाद ईडी की ओर से समन किया गया था। ईडी ने आलमगीर आलम से बरामद कैश के बारे में पूछताछ की। उसके जबाव से ईडी संतुष्ट नहीं हुई। ईडी ने आलमगीर से रुपयों के स्रोत के बारे में पूछताछ की। पूछा गया कि कहां-कहां से रुपये आए और कमीशन की राशि कहां-कहां बंटती थी।
इससे पहले नौ मई को भी ईडी ने संजीव की पत्नी रीता से ईडी ने पूछताछ की थी। इस दौरान ईडी ने जहांगीर आलम के ठिकाने से बरामद 35.23 करोड़ रुपये के बारे में रीता से पूछताछ की थी। रीता ने अपने जवाब में कहा था कि उन्हें नहीं पता कि रुपये कहां से आए। ईडी ने रीता से उनके बैंक खातों की भी जानकारी ली थी। उनसे यह भी पूछा गया था कि उनके व उनके पति संजीव लाल के नाम पर कितनी चल-अचल संपत्ति है।
उल्लेखनीय है कि ईडी ने बीते पांच मई को टेंडर कमीशन घोटाला मामले को लेकर आलमगीर के निजी सचिव संजीव लाल सहित अन्य लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान ईडी ने संजीव लाल के नौकर जहांगीर और बिल्डर मुन्ना सिंह के ठिकानों से कुल 35.23 करोड़ बरामद किये थे।