कश्मीर : जेल में बंद रशीद बारामुला सीट से लड़ेंगे लोकसभा चुनाव
श्रीनगर। जेल में बंद इंजीनियर रशीद को अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) ने बुधवार को उत्तरी कश्मीर की बारामुला लोकसभा सीट से उम्मीदवार के रूप में नामित किया है। रशीद द्वारा स्थापित एआईपी की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) ने बताया कि सर्वसम्मति से पार्टी प्रमुख को लोकसभा उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारने का निर्णय लिया गया है। पार्टी प्रवक्ता फिरदौस बाबा ने कहा कि हमें उम्मीद है कि चुनाव से पहले उन्हें रिहा कर दिया जाएगा। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो वह तिहाड़ जेल से ही चुनाव लड़ेंगे।
बाबा ने कहा कि दोषी न ठहराए जाने तक संविधान किसी भी आरोपी को चुनाव लड़ने की इजाजत देता है। रशीद को एनआईए ने 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 को रद्द करने से दो दिन पहले गिरफ्तार किया था और बाद में यूएपीए की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।
एआईपी ने कहा कि रशीद ने 2019 के संसदीय चुनाव में स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में 1.01 लाख वोट हासिल करके सबको आश्चर्यचकित कर दिया था। वह नेकां के विजयी उम्मीदवार से सिर्फ 31,192 वोट पीछे थे और जेकेपीसी के उम्मीदवार से महज 827 वोट कम थे। नेकां और जेकेपीसी दोनों उत्तरी कश्मीर को अपना गढ़ मानते हैं। जेकेपीसी ने पहले ही पार्टी अध्यक्ष लोन को इस सीट के लिए अपना उम्मीदवार नामित कर दिया है। नेकां ने अभी तक अपने उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं किया है।
राशिद एक बार अपनी हिरासत के तुरंत बाद जमानत के लिए आवेदन दे चुके हैं। इसे सेशन कोर्ट ने खारिज कर दिया था। पेशे से इंजीनियर राशिद ने 2008 में सरकारी सेवाओं से इस्तीफा दिया था। राशिद ने स्थानीय लोगों से जबरन मजदूरी कराने के खिलाफ लड़ाई लड़ी और उत्तरी कश्मीर में लंगेट निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव भी लड़ा। खान सूट में रहने वाले राशिद अतीत में कई विवादों में घिरे रहे। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में अफजल गुरु के लिए दया का प्रस्ताव लाना उनमें से एक है।