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रईसी और अब्दुल्लाहियन की हेलिकॉप्टर हादसे में मृत्यु, ईरान में पांच दिन का राष्ट्रीय शोक

तेहरान, 20 मई : ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन के साथ-साथ कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उत्तर-पश्चिमी ईरान में एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई है।
ईरानी अधिकारियों ने रात भर की खोज के बाद सोमवार को लापता हेलिकॉप्टर का मलबा पहाड़ी इलाके में मिलने की पुष्टि की। ईरान के आठवें राष्ट्रपति रईसी और उनका दल शुक्रवार को अजरबैजान की सीमा पर एक बांध का उद्घाटन करने के बाद ईरान के उत्तर-पश्चिमी प्रांत ईस्ट अजरबैजान के खोडा अफ़रीन क्षेत्र से लौट रहे थे, तो उनका हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। दुर्घटना में श्री रईसी और श्री अब्दुल्लाहियन की मृत्यु की आधिकारिक पुष्टि के बाद सोमवार सुबह ईरानी कैबिनेट की आपातकालीन बैठक हुई।
ईरान के आध्यात्मिक नेता अयातुल्ला सैय्यद अली खामेनेई ने देश में पांच दिनों के शोक की घोषणा की और अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालने के लिए उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर की नियुक्ति को भी मंजूरी दे दी।
श्री खामेनेई ने श्री रईसी की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया और उन्हें एक मेहनती मौलवी तथा एक लोकप्रिय राष्ट्रपति बताया, जिन्होंने अपना जीवन ईरान के लोगों, देश और इस्लाम की सेवा के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा, ”ईरान ने गर्मजोशी भरा, विनम्र और मूल्यवान सेवक खो दिया।” उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति रईसी ने आलोचनाओं का सामना करते हुए ईरान के लोगों के लिए लगातार कठिन और चौबीसों घंटे काम किया।
ईरानी कैबिनेट ने कार्यवाहक विदेश मंत्री के रूप में उप विदेश मंत्री अली बगेरी कानी की नियुक्ति को भी मंजूरी दे दी। ईरानी सरकार के प्रवक्ता अली बहादुरी जहरोमी ने सोमवार को यह घोषणा की। छप्पन वर्षीय कानी राजनीतिक मामलों के लिए श्री अब्दुल्लाहियन के सहायक के रूप में कार्यरत थे।
इस बीच, हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए श्री रईसी, श्री अमीर-अब्दुल्लाहियन और अन्य यात्रियों के शव बरामद कर लिए गए हैं और उन्हें तबरीज़ ले जाया गया है। अर्ध-आधिकारिक तस्नीम एजेंसी ने ईरानी रेड क्रिसेंट सोसाइटी (आईआरसीएस) के प्रमुख पीर-होसैन कौलीवंद के हवाले से बताया कि दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर में सवार सभी यात्रियों के शवों को एम्बुलेंस के जरिए तबरीज़ के कब्रिस्तान में ले जाया गया है।
उन्होंने बताया कि ईरानी ड्रोन द्वारा हेलिकॉप्टर के मलबे की सटीक स्थिति का पता लगाने के बाद बचाव दल को दुर्घटनास्थल पर तैनात किया गया था। उन्होंने बताया कि कोहरे और बारिश के बावजूद हेलिकॉप्टर की तलाश का अभियान पूरी रात जारी रहा।
हेलिकॉप्टर सुंगुन नामक तांबे की खदान के करीब दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह ईरान के पूर्वी अज़रबैजान प्रांत में जोल्फा और वरज़क़ान के बीच स्थित है और तबरेज़ शहर से लगभग 70 किलोमीटर से 100 किमी दूर है। यह ईरान के सबसे बड़े शहरों में से एक है। गौरतलब है कि रविवार अपराह्न में 40 बचाव टीमों को हेलिकॉप्टर का पता लगाने के लिए जंगली और पहाड़ी इलाके में भेजा गया था। खराब मौसम के कारण इस क्षेत्र में केवल जमीनी टीमें ही पहुंच सकती थीं, क्योंकि हवाई पहुंच संभव नहीं थी।
पहाड़ी इलाके और प्राकृतिक बाधाओं ने राष्ट्रपति के दल के साथ संचार को लगभग असंभव बना दिया था। दुर्घटना में तबरीज के जुमे की नमाज के प्रतिनिधि अयातुल्ला मोहम्मद अली अल-ए-हाशेम, पूर्वी अजरबैजान के गवर्नर मालेक रहमती और राष्ट्रपति की सुरक्षा टीम तथा चालक दल के सदस्य मारे गये। चौसठ वर्षीय श्री रईसी का पवित्र शहर मशहद में जन्म हुआ था। उन्हें 2021 में राष्ट्रपति चुना गया था। इससे पहले उन्होंने न्यायपालिका प्रमुख, सामान्य अभियोजक और विशेषज्ञों की सभा के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया था। श्री रईसी एक्सपेडिएंसी काउंसिल के सदस्य भी थे।
दुनिया के विभिन्न देशों के नेताओं ने राष्ट्रपति और उनके साथियों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरानी राष्ट्रपति की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया है और कहा है कि द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। श्री मोदी ने सोमवार को एक्स पर श्री रईसी के परिवार और ईरान के लोगों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की और कहा कि भारत इस दुख की घड़ी में ईरान के साथ खड़ा है।
उन्होंने कहा, ईरान के राष्ट्रपति डॉ. सैयद इब्राहिम रईसी के दुखद निधन से बहुत दुखी और स्तब्ध हूं। भारत-ईरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है।”
अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव ने अयातुल्ला खामेनेई और ईरान के लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। वहीं, कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी ने ईरानी सरकार और वहां के लोगों के प्रति अपना दुख व्यक्त किया। सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद ने सीरियाई लोगों की ओर से अयातुल्ला खामेनेई और ईरानी राष्ट्र के प्रति संवेदना व्यक्त की।
मिस्र के राष्ट्रपति ने इस दुखद घटना पर ईरान के नेतृत्व और लोगों के प्रति संवेदना और एकजुटता व्यक्त करते हुए बयान जारी किया। वहीं, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उनकी देशभक्ति और ईरान के प्रति समर्पित सेवा का उल्लेख करते हुए घोषणा की कि रूसी दूतावास का ध्वज आधा झुकाया जाएगा। यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने हेलिकॉप्टर दुर्घटना में श्री रईसी, श्री अब्दुल्लाहियन और अन्य अधिकारियों की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की। लेबनान के हिजबुल्लाह और इराक की पॉपुलर मोबिलाइजेशन यूनिट्स (पीएमयू) ने इस दुखद घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त की। न्यूजीलैंड के विदेश मंत्री विंस्टन पीटर्स ने ईरान के लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की। वहीं मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने हेलिकॉप्टर दुर्घटना पर गहरा दुख और संवेदना व्यक्त की। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने दुखद दुर्घटना में मारे गए लोगों के सम्मान में एक दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की।
हमास ने इस दुखद घटना पर संवेदना व्यक्त करते हुए टेलीग्राम पर कहा, “अल्लाह के धैर्य और विश्वास के साथ हम इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हमास के सदस्य ईरानी सर्वोच्च नेता अली खामेनेई, ईरान की सरकार और भाईचारे वाले ईरानी लोगों के प्रति गहरी संवेदना, सहानुभूति और एकजुटता व्यक्त करते हैं।”
हमास ने मृतकों को ईरान के सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधियों में से एक बताया, जिन्होंने देश के पुनरुद्धार के लिए बहुत कुछ किया और बड़प्पन के साथ इज़रायल के खिलाफ हमास के लोगों के दृढ़, वैध संघर्ष का समर्थन किया।

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