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बंगाल में पांच बजे तक करीब 72 प्रतिशत मतदान

कोलकाता, 26 अप्रैल : पश्चिम बंगाल के तीन लोकसभा क्षेत्रों दार्जिलिंग, बालुरघाट और रायगंज में शुक्रवार को दूसरे चरण में हो रहे मतदान में अपराह्न तीन बजे तक 51 लाख 17 हजार 955 मतदाताओं में से 71.72 प्रतिशत ने अपने वोट डाले।
चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि तीन बजे तक दार्जिलिंग में 71.41 प्रतिशत, रायगंज में 71.87 प्रतिशत और बालुरघाट में 72.30 प्रतिशत मतदान हुआ।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को उस समय बड़ा झटका लगा जब पार्टी उम्मीदवार एवं पूर्व पुलिस अधीक्षक देवाशीष धर की बीरभूम सीट से उम्मीदवारी जांच के दौरान खारिज कर दी गयी। उनकी उम्मीदवारी ‘नो ड्यूज’ प्रमाणपत्र जमा नहीं करने के कारण खारिज कर दी गयी है। उनके स्थान पर भाजपा ने देबतनु भट्टाचार्य को चुनाव लड़ने के लिए तैयार रखा है, लेकिन पार्टी का दावा है कि श्री धर आखिरकार बेदाग सामने आएंगे और उन्हें बीरभूम से चुनाव लड़ने की मंजूरी मिल जायेगी। सूत्रों ने बताया कि भाजपा को पहले से लग रहा कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस कूच बिहार के पूर्व एसपी के चुनाव लड़ने के प्रयासों को विफल करने का प्रयास करेगी।
श्री धर ने कहा कि वह न्यायिक हस्तक्षेप की मांग करने वाले कदम पर विचार कर रहे हैं क्योंकि राष्ट्रपति कार्यालय ने उन्हें पहले ही मंजूरी दे दी है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने सत्तारूढृ तृणमूल कांग्रेस पर बालुरघाट में ‘गुंडागर्दी’ में शामिल होने का आरोप लगाया, हालांकि सत्तारूढ़ दल ने इसका खंडन किया।
श्री मजूमदार बालुरघाट के पतिराम में बूथ नंबर 100 पर मतदान की जांच करने के लिए पहुंचे, तो कथित तौर पर तृणमूल समर्थकों ने ‘वापस जाओ’ के नारे लगाये, जिससे अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो गयी। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पोलिंग एजेंट गौतम बर्मन को तृणमूल कार्यकर्ताओं ने पीटा, जिसके कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
उन्होंने कहा कि तृणमूल के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करायी गयी है। चुनाव आयोग ने प्रशासन से घटना के संबंध में जल्द से जल्द कार्रवाई रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय सशस्त्र बलों की लगभग 272 कंपनियां और लगभग 13,000 राज्य पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।
राज्य में 25 लाख 10 हजार 356 महिलाओं सहित 51 लाख 17 हजार 955 से अधिक मतदाता लगभग 5298 मतदान केंद्रों पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस, प्रमुख विपक्षी भाजपा और वाम मोर्चा सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के 47 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।
तीनों लोकसभा क्षेत्रों के कुल बूथों में से 1334 को अतिसंवेदनशील चिह्नित किया गया है, जहां चुनाव आयोग की ओर से नियुक्त लगभग नौ पर्यवेक्षक, सामान्य, पुलिस और व्यय के तीन-तीन पर्यवेक्षक मतदान के लिए चल रही तैयारी तथा व्यवस्था की देखरेख कर रहे हैं।
इस बार मतदाताओं की संख्या काफी बढ़ी है। दार्जिलिंग में 17,65,744 मतदाता हैं, जिनमें 8,81,368 महिलाएं हैं, रायगंज में कुल 17,90,245 मतदाताओं में 8,65,320 महिलाएं हैं और बालुरघाट में 15,61,966 मतदाताओं में 7,13,668 महिलाएं शामिल हैं।
अन्य (थर्ड जेंडर) मतदाताओं की संख्या भी बढ़ी है। इस बार कुल 210 थर्ड जेंडर मतदाता भी वोट डालेंगे, जिनमें सबसे ज्यादा संख्या रायगंज निर्वाचन क्षेत्र में है। रायगंज में कुल 88 थर्ड जेंडर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे जबकि 2019 में रायगंज विधानसभा क्षेत्र में इनकी संख्या 73 थी। इसके बाद बालुरघाट में 81 थर्ड जेंडर मतदाता वोट डालेंगे।
दार्जिलिंग संसदीय क्षेत्र में 41 थर्ड जेंडर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

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