बन्ना गुप्ता हो सकते हैं रांची संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी
जमशेदपुर। जमशेदपुर पश्चिम के विधायक और राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता नई राजनीतिक पारी खेलने की तैयारी में हैं। औद्योगिक नगरी जमशेदपुर की चारदीवारी लांघकर वह रांची संसदीय सीट से भाजपा के निवर्तमान सांसद संजय सेठ को टक्कर दे सकते हैं।
रांची संसदीय सीट से बतौर प्रत्याशी कांग्रेस में उनका नाम तेजी से आगे बढ़ रहा है। सब कुछ ठीकठाक रहा तो बन्ना गुप्ता कांग्रेस पार्टी की ओर से रांची संसदीय सीट से प्रत्याशी होंगे। उनका नाम सामने आने की बड़ी वजह इस सीट से लगातार कांग्रेस पार्टी का पिछड़ना है।
अभी तक रांची से पूर्व सांसद और केंद्र सरकार में मंत्री रहे सुबोधकांत सहाय की दावेदारी मजबूत थी, लेकिन धरातल पर स्थिति देखने के बाद आलाकमान अपना विचार बदलने के मूड में है। बन्ना गुप्ता को कांग्रेस आलाकमान ने इस आशय का संदेश भी दे दिया है।
बताया जाता है कि उन्होंने हामी भी भर दी है। बन्ना गुप्ता ने आश्वस्त किया है कि पार्टी का जो निर्देश होगा, वे उसका अक्षरश: पालन करेंगे। पूर्व में बन्ना गुप्ता की तैयारी धनबाद संसदीय सीट से चुनाव लड़ने की थी। अब आलाकमान की पसंद के अनुरूप वे आगे बढ़ने की तैयारी में हैं।
जमशेदपुर की राजनीति पर भी दिखेगा असर बन्ना गुप्ता की उम्मीदवारी को लेकर स्थिति जल्द ही स्पष्ट हो जाएगी। कांग्रेस आलाकमान जल्द ही प्रत्याशी की घोषणा करेगा। सहयोगी दल झामुमो से भी बन्ना गुप्ता के बेहतर संबंध रहे हैं।
बन्ना गुप्ता को चुनाव लड़ने का मौका मिला तो इसका असर जमशेदपुर की राजनीति पर भी पड़ेगा। चुनाव परिणाम पर इसका दारोमदार होगा। बन्ना गुप्ता को सफलता मिली तो उनके उत्तराधिकार को लेकर जमशेदपुर पश्चिमी विधानसभा सीट पर नए सिरे से रस्साकशी होगी।
- बन्ना को आगे लाने की ये है वजह
सुबोधकांत सहाय लगातार रांची संसदीय सीट से हार का सामना कर रहे हैं। भाजपा के मुकाबले के लिए यहां एक मजबूत उम्मीदवार की तलाश कांग्रेस को है। बन्ना गुप्ता पिछले चार साल से अधिक समय से झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री हैं। अटकलों के बावजूद उनकी कुर्सी बरकरार है। कोरोना काल के दौरान उनका कामकाज बेहतर रहा। उन्होंने स्वास्थ्य संरचना को बेहतर करने की दिशा में काफी प्रयास किए हैं।
बन्ना गुप्ता को आगे बढ़ाने से कांग्रेस समेत भाजपा विरोधी गठबंधन ओबीसी समुदाय को आकर्षित करने की कोशिश करेगा। संजय सेठ भी उसी पृष्ठभूमि से आते हैं। बन्ना गुप्ता ओबीसी मतदाताओं में सेंधमारी कर सकते हैं। कांग्रेस पार्टी पूरे प्रदेश में उनका इस्तेमाल कर सकती है। lलोकप्रियता भी इसका एक बड़ा पैमाना है। बन्ना गुप्ता भाजपा को उसी के अंदाज में जवाब देते हैं। यही वजह है कि भाजपा के प्रभाव वाले क्षेत्रों में शामिल जमशेदपुर पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र अब उनका परंपरागत गढ़ बन चुका है। संसाधनों के लिहाज से भी बन्ना गुप्ता मजबूत हैं और उनकी धमक पूरे राज्य में है।
साभार : दैनिक जागरण