भारतीय कुश्ती संघ के चयन ट्रायल पर रोक की मांग, हाई कोर्ट में अगले सप्ताह हो सकती है सुनवाई
नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती संघ की ओर से आयोजित चयन ट्रायल पर रोक लगाने की मांग करते हुए बजरंग पूनिया समेत चार पहलवानों ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। हाई कोर्ट अगले सप्ताह इस याचिका पर सुनवाई कर सकता है।
दिल्ली हाई कोर्ट में यह याचिका बजरंग पूनिया के अलावा विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और सत्यव्रत कादियान ने दायर की है। याचिका में भारतीय कुश्ती संघ की ओर से एशियन ओलंपिक क्वालिफायर्स एंड वर्ल्ड ओलंपिक क्वालिफायर्स के दूसरे सेलेक्शन ट्रायल के लिए पहलवानों को आमंत्रित किए जाने को चुनौती दी गई है। याचिका में कहा गया है कि खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती संघ को निलंबित कर रखा है, ऐसे में भारतीय कुश्ती संघ को ट्रायल के लिए पहलवानों को आमंत्रित करने का अधिकार नहीं है।
याचिका में कहा गया है कि भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन ने भारतीय कुश्ती संघ के कामकाज को देखने के लिए तदर्थ कमेटी का गठन किया था। भारतीय कुश्ती संघ अपनी कानूनी स्थिति जानने के बाद भी सेलेक्शन ट्रायल के लिए पहलवानों को आमंत्रित कर रहा है। याचिका में कहा गया है कि जब तक भारतीय कुश्ती संघ को ऐसे आयोजन करने और सर्कुलर जारी करने से रोका नहीं जाएगा, तब तक वो गैरकानूनी तरीके से पहलवानों को दिग्भ्रमित करने और उन्हें प्रभावित करने की कोशिश करता रहेगा। याचिका में कहा गया है कि तदर्थ समिति ने भी जो सेलेक्शन ट्रायल की तिथि तय की है, वही तिथि भारतीय कुश्ती संघ ने भी तय की है। ऐसा होने से पहलवानों में काफी भ्रम होगा।
इन पहलवानों ने भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। महिला पहलवानों ने बृजभूषण सिंह और भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व सचिव विनोद तोमर के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाते हुए केस भी दर्ज कराया है, जो राऊज एवेन्यू कोर्ट में लंबित है।