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अपनी हार देख लोगों को बांटने की कोशिश कर रहे मोदी-संजय सिंह

नयी दिल्ली, 24 अप्रैल : आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि पहले चरण के मतदान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी हार का अंदेशा हो गया है इसलिए वह उल-जूलूल बातें करके लोगों को आपस में बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
श्री सिंह ने बुधवार को यहाँ दक्षिणी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के पालम में ”जेल का जवाब वोट से” संकल्प सभा में कहा कि देश में चल रही तानाशाही के खिलाफ जन समर्थन मांगने आया हूं। आज दिल्लीवालों का बेटा जेल में हैं। पिछले नौ वर्षों में केजरीवाल ने आपका भाई और आपका बेटा बनकर आपकी सेवा की है। अरविंद केजरीवाल के काम की वजह से ही हम सीना तान कर कहते हैं कि केजरीवाल सरकार ने आपके बच्चों के लिए मुफ़्त शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा, माताओं-बहनों, बेटियों के लिए बस की यात्रा देने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि पहले चरण का चुनाव हुआ तो श्री मोदी बौखला गए हैं। उनको भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हार का अंदेशा हो गया है इसीलिए भाजपा अब जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। अब प्रधानमंत्री उल-जुलूल बयान देकर जनता को आपस में बांटने का काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री का सबसे करीबी दोस्त अडानी है। उन्होंने कोयला, बिजली, पानी, स्टील, सड़क, पोर्ट, एयरपोर्ट समेत पूरा हिन्दुस्तान अडानी को दे दिया। ढाई लाख करोड़ का कर्जा अडानी को दिया। 15 लाख करोड़ का कर्जा अपने दोस्तों का माफ कर दिया। बैंकों का 20 हजार करोड़ रुपए लूट कर नीरव मोदी, 10 हजार करोड़ विजय माल्या लेकर भाग जाता है, तीन हजार करोड़ रुपए ललित मोदी लेकर भाग जाता है। नरेंद्र मोदी के सभी करीबी दोस्तों ने देश को लूटने का काम किया है। इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी तो एक-एक बेइमानों से लूटी गई संपत्ति वापस लेकर आम आदमी में बांट दी जाएगी।
आप नेता ने कहा कि अब देश के संविधान पर भी खतरा है। यह अंतिम चुनाव है। इस चुनाव के बाद श्री नरेंद्र मोदी सत्ता में आए तो वोट देने की ताकत को खत्म कर देंगे। भाजपा के कई प्रत्याशी कह रहे हैं भाजपा को 400 सीट दे दो, हमें संविधान बदलना है। जब तक हम लोग जिंदा हैं, बाबा साहब के लिखे संविधान को बदलने नहीं देंगे।
श्री सिंह ने कहा कि भाजपा और केंद्र सरकार हर रोज़ लोकतंत्र का गला घोंट रही है। इनकी तानाशाही इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि जेल के भीतर दिल्ली सरकार के मंत्रियों को अपने मुख्यमंत्री से मुलाक़ात नहीं करने दी जा रही।

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