अमेरिकी वायु सेना में एआई-सुसज्जित मानव रहित लड़ाकू विमानों को शामिल करने की मांग
वाशिंगटन। अमेरिकी वायु सेना ने अगले पांच वर्षों में कम से कम 1,000 मानव रहित छोटे लड़ाकू विमान को सेवा में शामिल करने की मांग की है। जिनमें से कई कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) प्रौद्योगिकियों की बदौलत स्वायत्त रूप से संचालित हो सकते हैं। द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने यह जानकारी दी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसे मानवरहित लड़ाकू विमानों को एफ-35 लड़ाकू विमानों या बी-21 बमवर्षकों सहित मानवयुक्त विमानों का साथ देने और उनकी सुरक्षा करने के लिए डिज़ाइन किया जाएगा।
अखबार ने बताया कि वे अन्य विमानों और जमीनी ठिकानों पर हमला करने के लिए अपने हथियार ले जाने में भी सक्षम होंगे और उनका इस्तेमाल टोही विमान और संचार केंद्र के रूप में भी किया जाएगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि विशेष सॉफ्टवेयर विमानों को स्वायत्त रूप से उड़ान भरने और बदलती युद्ध स्थितियों के अनुकूल होने की अनुमति देगा। मानवरहित लड़ाकू कार्यक्रम का बजट छह अरब डॉलर है, जिसमें बोइंग, लॉकहीड मार्टिन, नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन, जनरल एटॉमिक्स और एंडुरिल इंडस्ट्रीज अपने प्रोटोटाइप विकसित कर रहे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि गर्मियों तक पेंटागन इनमें से दो कंपनियों को अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के लिए चुनने की योजना बना रहा है।
अमेरिका में मानव रहित लड़ाकू विमानों के विकास को कथित तौर पर मौजूदा विमानों की लागत में तेज वृद्धि के साथ-साथ विमान सॉफ्टवेयर के विकास में प्रगति से बढ़ावा मिल रहा है।